सात्विक भोजन बनाने की विधि हिंदी में

सात्विक भोजन बनाने की विधि हिंदी में | Sattvic bhojan banane ki vidhi hindi me | शाकाहारी भोजन | वेजीटेरियन फूड

सात्विक भोजन बनाने की विधि हिंदी में

सात्विक भोजन क्या होता है

सात्विक भोजन प्रकृति से मिलने वाला भोजन होता है जो हमें सीधे प्रकृति से मिलता है हम इसे सात्विक भोजन या शाकाहारी भोजन भी कह सकते हैं इस भोजन में मुख्य, हरी सब्जियों पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग किया जाता है
कुछ लोगों का मत है किस में दूध से बनने वाले हैं उत्पाद का भी प्रयोग किया जा सकता है जाने के जो उत्पाद दूध से बनते हैं उन्हें हम साथ साथ भोजन के अंतर्गत रख सकते हैं |

सात्विक भोजन में ज्यादातर हरी सब्जियों का प्रयोग किया जाता है अगर हरी सब्जियां आपने अपने यहां पर किचन गार्डन में रखी है तो वह बहुत ही अच्छा होता है वह ताजी भी होती है और हरी भी हैं और किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं रहती है| ताजी हरी सब्जियां तो बाजार में भी उपलब्ध हो जाती हैं लेकिन अगर आपको शुद्ध चाहिए तो आप अपने घर पर ही पैदा करें और उसका सेवन करें यह आपको बहुत अच्छा फायदा देगा

ताजी-ताजी खीरे और टमाटर आप अपने घर पर आसानी से पैदा कर सकते हैं यह आप अपनी छत पर भी कर सकते हैं अगर आपको स्वास्तिक सब्जियों का पूरा फायदा लेना है तो थोड़ी मेहनत इनको पैदा करने के लिए भी कर ले और भी अच्छा होगा

आप इसमें अंकुरित दाल तथा अंकुरित चने का प्रयोग भी कर सकते हैं इसको प्रोटीन से भरपूर माना जाता है इसे तो आप अपने घर पर पैदा नहीं कर सकते इसको आसानी से आप बाजार से खरीद लें और अंकुरित कर लें अंकुरित करना बहुत ही आसान होता है और इसका सात्विक तक नाश्ते में प्रयोग करें यह बहुत ही अच्छा सेहत से भरपूर नाश्ता होता है

आइए अब हम आपको कुछ खाना बनाने के बारे में बना बताते हैं इसे किस तरीके से बनाया जाता है
या हम पूरी प्रोसेस तो नहीं बता पा रहे हैं लेकिन थोड़ा-थोड़ा ही बता रहे हैं सबसे ज्यादा ध्यान रखने योग्य बात यह है कि जब भी हम किसी सात्विक भोजन को बना रहे हैं या खा रहे हैं तो उसमें हमेशा ध्यान रहे कि मिट्टी के बर्तन का ही प्रयोग करें अगर हो सके तो अन्यथा आप किसी अन्य बर्तन का भी प्रयोग कर सकते हैं |

अंकुरित चना और मूंग का नाश्ता कैसे बनाएं

किसको बनने में थोड़ा समय लगता है समय बनाने में नहीं लगता इसकी प्रोसेस में लगता है
सबसे पहले हम काले चने जैसे कि हम देसी चले भी कहते हैं को पानी में भिगोकर रख दें पूरी रात के लिए
उसी तरह से मूंग को भी पानी में पूरी रात के लिए भिगो दें अब सुबह को इन्हें पानी से बाहर निकाल ले और
पानी से धो लें इसके बाद मूंग दाल और देसी चने को किसी सूती कपड़े या मलमल के कपड़े में रख दें ध्यान रहे यह कपड़ा गीला होना चाहिए इसको पूरी रात के लिए रखना है आप सुबह देखेंगे कि उसमें जड़े निकली आई हैं अब आपका काला चना और मूंग नाश्ते के लिए तैयार हैं अब आप जिस तरह से भी चाहे उस तरह से इसका प्रयोग कर सकते हैं आप इसे सीधा-सीधा ऐसे भी खा सकते हैं आप चाहे तो इसमें टमाटर काट कर भी मिला सकते हैं जिससे स्वाद बढ़ जाएगा और हमेशा ध्यान रहे जब आप सात्विक भोजन का प्रयोग कर रहे हैं तब मसाले बहुत हल्के होने चाहिए इसलिए इसको बनाने के लिए हल्के मसालों का ही प्रयोग करें |

सात्विक भोजन को क्यों खाना चाहिए

इस भोजन को खाने के अनेक फायदे हमारे आयुर्वेद में लिखे गए हैं आजकल बहुत सारे लोग इसका प्रयोग कर रहे हैं |आजकल तो सात्विक भोजन का प्रयोग बहुत बड़े पैमाने पर होने लगा है इसलिए इसकी सारी सामग्री जैसे के बर्तन बगैरा बाजार में उपलब्ध है आप बाजार से ले सकते हो बताया जाता है कि जो लोग अपनी शरीर को फिट रखना चाहते हैं वह आजकल सात्विक भोजन का प्रयोग कर रहे हैं सात्विक भोजन का प्रयोग करने के बहुत सारे फायदे हैं जो हम आगे बताएंगे

हरी सब्जियों का सात्विक भोजन कैसे बनाएं

हरी सब्जियां जो बाजार में उपलब्ध होती है उन्हें हमें घर पर लाकर अच्छी तरह से साफ करना है साफ करने के पश्चात हम उनको काटेंगे ध्यान रहे हमें ज्यादा छोटे-छोटे पीस हम उसको नहीं काटना है काटने के पश्चात उसमें टमाटर और नींबू दोनों का ही सेवन करेंगे आप अपने अनुसार मसाले भी डाल सकते हैं अगर आपको ऐसा लगता है कि सब्जियां कुछ खाने में अच्छी नहीं लग रही है तो आप उन्हें हल्का सा पानी में उबाल लेंगे ध्यान रहे हमें बहुत ज्यादा नहीं उबालना है हमें बहुत थोड़ा सा ही उनको  याने कि उनको भाप लगानी है |

सात्विक चाय बनाना

सात्विक चाय बनाने में आप किसी भी चीज का प्रयोग कर सकते हैं हम लेमन टी, ग्रीन टी इनके बारे में नहीं बता रहे हैं हम कह रहे हैं कि आप गुलाब की भी चाय बना सकते हैं यानी कि आप गुलाब की पत्तियों को तोड़े और उनको पानी में उबाल लें उसकी चाय बनाकर भी पी सकते हैं |  

सात्विक भोजन बनाने में बर्तन कैसे होनी चाहिए

सात्विक भोजन बनाने के लिए हमेशा मिट्टी के बर्तन का ही प्रयोग करना चाहिए मिट्टी के बर्तन नहीं इसको पकाना चाहिए और मिट्टी के बर्तन में ही इसको खाना चाहिए मतलब है के प्रकृति से मिलने वाली चीजों का ही प्रयोग हमें करना है अपने खाने में मिट्टी के बर्तन होते हैं वह भी हमारी प्रकृति से ही मिलते हैं आप चाहे तो कांच, स्टील के बर्तन का भी प्रयोग कर सकते हैं लेकिन आप हमेशा ध्यान रहे अगर हो सके तो मिट्टी के बर्तन का ही प्रयोग करें हर तरह का मिट्टी का बर्तन अब बाजार में उपलब्ध है आप चाहे तो बाजार से खरीद सकते हैं चाहे तो ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं हर तरीके का मिट्टी का बर्तन अब बाजार में मिल जाता है |

सात्विक भोजन कैसे खाए

भोजन को हमेशा जमीन पर बैठकर ही करें यह जाने की जमीन पर कपड़ा रखे  और अपने सामने एक लकड़ी से बनी हुई चौकी ले ले |  उस पर आप अपनी थाली रखे हैं तत्पश्चात आप भोजन करना शुरू करें इससे आपको बहुत ही ज्यादा फायदा मिलेगा जमीन पर भोजन बैठने करने के बहुत सारे फायदे होते हैं |  अगर हम लगातार ऐसा करें तो हम अपने अंदर सकारात्मक ऊर्जा को देखेंगे सकारात्मक ऊर्जा अगर आपके अंदर होती है तो आपके विचार भी सकारात्मक हो जाते हैं और आपके सभी तरह के कामों में सकारात्मक आती है जिससे आपको आपके हर कार्य में फायदा मिलता है इसलिए आप हमेशा सात्विक भोजन करें और जमीन पर बैठकर ही करें |

सात्विक भोजन के फायदे

1. सबसे पहला फायदा तो यह होता है के इस तरीके का भोजन आपके फैट को कम कर देता है यह बॉडी पर फैट को नहीं आने देता फैट को तेजी से कम करने में यह बहुत ज्यादा सहायक है
2. एसिडिटी जैसी समस्या को भी यह दूर कर देता है |
3. गैस की समस्या को दूर कर देता है |
4. सात्विक भोजन का प्रयोग करने से आपके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है अगर सकारात्मक ऊर्जा का संचार आपके शरीर में होने लगता है तो आपका मन और विचार दोनों ही स्वस्थ हो जाते हैं यह आपको सकारात्मकता लाने के लिए बहुत ही अच्छा भोजन है |

हमने यहां पर सात्विक खाने के बारे में बताया है अगर यह आपको अच्छा लगा हो तो इसके बारे में कमेंट जरुर डाले हैं हमने बहुत कुछ बताने की कोशिश की है लेकिन अगर तब भी कुछ रह जाता है तो उसके लिए हम माफी चाहते हैं आप साथ खाने का प्रयोग करें और अपने शरीर को स्वस्थ रखें |
 





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